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अध्ययनकार्य के लिए मिली फैलोशिप स्कॉलरशिप, सहायक प्रोफेसर बने तो मिल गया यंग ज्योग्राफर अवॉर्ड। रेवाड़ी के किशनलाल पब्लिक कॉलेज के भूगोल विभाग में बतौर सहायक प्रोफेसर कार्यरत डॉ. जितेंद्र कुमार को यंग ज्योग्राफर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। बिघाना जाट गांव निवासी (वर्तमान में रेवाड़ी के सेक्टर-4 निवासी) जितेंद्र कुमार को यह अवार्ड कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 11 से 13 फरवरी तक आयोजित की गई अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में इंस्टीट्यूट आॅफ इंडियन ज्योग्राफर की ओर से दिया गया। यह कांफ्रेंस भूमि संसाधन नीति, कृषि और शहरी औद्योगिक क्षेत्र के विस्तार विषय पर आयोजित की गई थी। 

रेवाड़ी. सहायकप्रोफेसर जितेन्द्र को केयुके में अॅवार्ड देते मुख्यातिथि। 

राष्ट्रीय स्तर विश्वविद्यालय स्तर पर जीत चुके छात्रवृत्ति 

सहायकप्रोफेसर कार्यरत डॉ. जितेंद्र कुमार राष्ट्रीय स्तर विश्वविद्यालय स्तर पर छात्रवृत्ति जीत चुके हैं। जितेंद्र कुमार साल 2005 में पीजी मेरिट स्कॉलरशिप, 2006 में यूनिवर्सिटी रिसर्च स्कॉलरशिप, 2008 में जूनियर रिसर्च फैलोशिप (जेआरएफ) 2010 में सीनियर रिसर्च फैलोशिप (एसआरएफ) प्राप्त कर चुके हैं। जितेंद्र कुमार अब तक 20 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय स्तर की कांफ्रेसों में अवार्ड जीत चुके हैं। साथ ही उनके 15 से अधिक रिसर्च पेपर राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर के जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं। 


रेवाड़ी के विकास और उसके फैलते स्वरूप पर किया शोध, मिल गया अवॉर्ड 

जितेंद्रकुमार ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद रेवाड़ी में हुए विकास और उसके फैलते स्वरूप पर शोध किया है। उसी शोध कार्य के लिए उन्हें इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय शोध निर्देशिका प्रोफेसर नीना सिंह (भूगोल विभाग, मदवि, रोहतक), माता-पिता, कॉलेज प्राचार्य रतिपाल सिंह सहपाठियों को दिया है। यह पहला मौका नहीं है, जब जितेंद्र ने यह अवॉर्ड जीता है इससे पहले 2015 को अजमेर (राजस्थान) में हुई राजस्थान भूगोल परिषद की नेशनल कांफ्रेंस में उन्हें यंग ज्योग्राफर अवॉर्ड देकर सम्मानित किया था। 

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