हिसार.सफेद मक्खी के कारण चौपट हो चुकी कपास की फसल का मुआवजा तो किसानों को अभी तक मिल नहीं पाया है। किसानों के सामने अब गेहूं और सरसों की फसल बचाने का संकट खड़ा हो गया है। किसानों की मानें तो लगातार दो दिन से आए अंधड़ से गेहूं के उत्पादन पर 50 प्रतिशत तक असर पड़ेगा। किसान सभा ने सरकार से स्पेशल गिरदावरी करवाए जाने की मांग करते हुए किसानों को तुरंत राहत दिए जाने की मांग की है। वहीं हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान विभाग ने 11 मार्च तक किसानों को राहत के संकेत दिए हैं।
शुक्रवार और शनिवार की शाम को आए अंधड़ ने गेहूं व सरसों की फसल को नुकसान पहुंचाया है। सरसों की फसल जहां पूरी तरह से पकी हुई थी वहीं गेहूं की अगेती फसल भी पूरी तरह तैयार थी। अंधड़ के कारण गेहूं की फसल पूरी तरह से बिछ गई है, जिससे अगेती और पछेती दोनों ही फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों के अनुसार गेहूं बिछ जाने के कारण इस बार उत्पादन 50 प्रतिशत कम होगा। इसके अलावा सरसों की फसल पूरी तरह से तैयार थी, अंधड़ के कारण केवल पौधा ही खड़ा रह गया है जबकि दाने झड़ कर जमीन पर गिर गए हैं।`
हांसी और आदमपुर तहसील में ओलावृष्टि
हांसी और आदमपुर तहसील के कई गांवों में शनिवार को जमकर ओलावृष्टि हुई है। इनके अलावा कई गांवों में ओले गिरने की सूचना है। किसानों का कहना है कि ओलों ने खेतों में खड़ी फसलों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है।
हांसी और आदमपुर तहसील के कई गांवों में शनिवार को जमकर ओलावृष्टि हुई है। इनके अलावा कई गांवों में ओले गिरने की सूचना है। किसानों का कहना है कि ओलों ने खेतों में खड़ी फसलों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है।
11 मार्च तक किसानों को राहत
एचएयू के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 11 मार्च तक मौसम परिवर्तनशील और शुष्क रहने की संभावना जताई है। इस दौरान तापमान घट सकता है। बाद मौसम में बदलाव आ सकता है।
सफेद मक्खी से हो चुका है बड़ा नुकसान
इससे पूर्व किसानों को सफेद मक्खी रोग भी बड़ा नुकसान पहुंचा चुका है। 2015 में जिले के क्षेत्र में खड़ी कपास की फसल को सफेद मक्खी चट कर गई थी।
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