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नई दिल्ली। 251 रुपए में विश्व का सबसे सस्ता स्मार्टफोन ‘Freedom251’ बनाने का दावा करने वाली नोएडा की कंपनी रिंगिग बेल्स ने कस्टमर्स को बुकिंग अमाउंट वापस करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने निगेटिव पब्लिसिटी से बचने के लिए ऐसा करने का एलान किया है। इससे पहले लोगों में आशंका थी कि कंपनी कहीं बुकिंग अमाउंट को लेकर भाग ना जाए।

रिंगिंग बेल्स के डायरेक्टर मोहित गोयल ने कहा कि कंपनी के बारे में बहुत ज्यादा निगेटिव पब्लिसिटी हो चुकी है। लोगों के मन में आशंका है कि हम पैसा लेकर के भाग जाएंगे। अब हम कस्टमर को फोन डिलीवर करने के बाद पैसा लेंगे। जिन लोगों ने बुकिंग अमाउंट दिया है उनको कंपनी अब कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन दे रही है।
Freedom251 फोन के लिए करीब 30 हजार लोगों ने बुकिंग अमाउंट पे किया था। इसके अलावा सात करोड़ लोगों ने फोन के लिए वेबसाइट पर रजिस्टर किया था। ऑनलाइन पेमेंट की फैसिलिटी के लिए कंपनी ने CCAvenue और पे यू बिज से टाईअप किया था।
रिंगिंग बेल्‍स के फाइनेंसेस पर सरकार ने निगरानी बढ़ा दी है। टेलिकॉम मिनिस्ट्री के सूत्रों ने बताया कि कंज्‍यूमर्स के साथ कोई फ्रॉड न हो, इसके लिए मंत्रालय कंपनी के बैंक अकाउंट को ‘एस्‍क्रो अकाउंट’ में कन्‍वर्ट करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में 251 रुपए वाले फोन की डिलिवरी होने पर ही कंपनी के बैंक अकाउंट से पैसा जारी हो सकेगा।
सूत्रों के अनुसार, रिंगिंग बेल्‍स प्राइवेट लिमिटेड का बैंक अकाउंट ICICI बैंक में है और इस अकाउंट को ‘एस्‍क्रो अकाउंट’ में कन्‍वर्ट करने की तैयारी चल रही है। कंपनी के अकाउंट के एस्‍क्रो अकाउंट में कन्‍वर्ट होने का मतलब यह होगा कि कंपनी उसमें जमा राशि का इस्‍तेमाल उसी मद में कर पाएगी, जिसके लिए रकम जमा कराई गई है। कंपनी ने जून तक Freedom251 की डिलिवरी का वादा किया है।
फोन डिलिवर नहीं हुआ तो कार्रवाई: रविशंकर प्रसाद
टेलिकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस बीच मंगलवार को कहा कि सरकार रिंगिंग बेल्‍स की निगरानी कर रही है। यदि कंपनी फोन डिलिवर करने में फेल होती है तो उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। मंत्रालय इस बात की जांच कर रहा है कि वे 251 रुपए में स्‍मार्टफोन कैसे बना रहे हैं और इसकी डिलिवरी कर सकते हैं या नहीं और उनके पास BIS सर्टिफिकेट है या नहीं। इस बारे में कंपनी को अवगत करा दिया गया है।
टेलिकॉम मंत्रालय की कमेटी कर रही है जांच
टेलिकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एंड आईटी सेक्रेटरी (डाइटी) अरुणा शर्मा की अध्‍यक्षता में रिंगिंग बेल्‍स मामले की जांच के लिए 4 सदस्‍यीय कमेटी बनाई थी। कमेटी इसकी जांच कर रही है। टेलिकॉम मंत्रालय ने 4 सदस्‍यीय कमेटी बनाई थी। प्रसाद की तरफ से यह कमेटी भाजपा सांसद किरीट सोमैया द्वारा लेटर लिखे जाने के बाद बनाई गई। मुताबिक सोमैया ने लेटर में रिंगिंग बेल्‍स की इस स्कीम पर शक जताया था।
इनकम टैक्‍स का पड़ा छापा
- सूत्रों के अनुसार कंपनी ने जब एलान किया कि वह 251 रुपए में स्मार्टफोन देगी, उसी के बाद से पुलिस और आईटी डिपार्टमेंट मामले पर नजर रखे हुए था।
- रिंगिंग बेल्‍स ने पिछले सप्‍ताह बुधवार को 251 रुपए दुनिया का सबसे सस्‍ता 3जी स्‍मार्टफोन लॉन्‍च किया था।
- जब गुरुवार को कंपनी की वेबसाइट क्रैश हुई और लोगों के फोन की बुकिंग नहीं हो रही थी, तभी पुलिस और आईटी डिपार्टमेंट ने जांच शुरू कर दी।
- शुक्रवार को कंपनी के नोएडा ऑफिस पर पुलिस और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापा मारा है। यह जांच हो रही है कि सस्ते फोन की आड़ में कोई घोटाला तो नहीं हो रहा। हालांकि, कंपनी ने इससे इनकार किया है।
चार महीने पहले बनी है कंपनी
- कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय के मुताबिक, रिंगिंग बेल्स प्राइवेट लिमिटेड सितंबर 2015 में बनी है। यह दिल्ली में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज ऑफिस में रजिस्टर्ड है।
- कंपनी की पेडअप कैपिटल 60 लाख रुपए और ऑथराइज्ड कैपिटल एक करोड़ रुपए है।

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