करनाल : कई बार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के कामकाज या रवैये के कारण आम आदमी में उनके प्रति असंतुष्ट भाव दिखाई पड़ते हैं। लेकिन करनाल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जाट आंदोलन पीड़ितों के लिए ऐसा सराहनीय कार्य किया है कि उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
जिला पुलिस कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन लगभग 18 लाख रुपए जाट आंदोलन पीड़ितों की सहायता के लिए दिया है। जिला प्रशासन व जिला पुलिस ने भी आंदोलन पीड़ितों की मदद के लिए आगे हाथ बढ़ाए हैं। जिला सचिवालय में बुलाई बनाई गई शान्ति कमेटी की मीटिंग में 15 मार्च तक एक करोड़ रुपए एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने कहाँ की जिला प्रशासनिक अधिकारी भी अपना एक एक दिन का वेतन पीड़ित व्यक्तियों के लिए दे रहे हैं। जिला पुलिस विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन शांति कमेटी को दे दिया है। यह कमेटी जिला प्रशाान ने बनाई है। इसमेँ शहर की सभी बिरादरियों व सामाजिक संस्थाओं को शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासनिक अधिकारी भी बडी संख्या में आगे आ रहे हैं, जो अपने एक दिन का वेतन दंगा पीड़ितों को दे रहे हैं।
जिला पुलिस कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन लगभग 18 लाख रुपए जाट आंदोलन पीड़ितों की सहायता के लिए दिया है। जिला प्रशासन व जिला पुलिस ने भी आंदोलन पीड़ितों की मदद के लिए आगे हाथ बढ़ाए हैं। जिला सचिवालय में बुलाई बनाई गई शान्ति कमेटी की मीटिंग में 15 मार्च तक एक करोड़ रुपए एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने कहाँ की जिला प्रशासनिक अधिकारी भी अपना एक एक दिन का वेतन पीड़ित व्यक्तियों के लिए दे रहे हैं। जिला पुलिस विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन शांति कमेटी को दे दिया है। यह कमेटी जिला प्रशाान ने बनाई है। इसमेँ शहर की सभी बिरादरियों व सामाजिक संस्थाओं को शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासनिक अधिकारी भी बडी संख्या में आगे आ रहे हैं, जो अपने एक दिन का वेतन दंगा पीड़ितों को दे रहे हैं।
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