फिलहाल पारिजात चौक, तलाकी गेट, फव्वारा चौक और मटका चौक को फव्वारे और लाइट लगवाने के लिए चिह्नित किया गया है। निगम अधिकारियों ने दिल्ली की एक एजेंसी से काम में आने वाली रकम का अनुमान लगाया है। साथ ही इन चौराहों की देखरेख का जिम्मा निजी हाथों में सौंपने की भी तैयारी है। सर्वे करने वाली एजेंसी के आरके चौहान कहते हैं कि अभी तो सिर्फ चौराहों पर फव्वारे और लाइट लगी हैं या नहीं और कहां कितना खर्चा होगा, इसका आंकलन किया है। जल्द ही एस्टीमेट बनाएंगे।
^चौराहों को आकर्षक बनाने के लिहाज से जल्द ही फव्वारे और लाइट लगवाने का काम शुरू कराएंगे। फव्वारों और लाइटों को नियमित समय पर संचालित करने के लिए किसी एजेंसी को यह काम सौंपे जाने का भी प्रस्ताव है।’’ रामजीलाल,एक्सईएन, नगर निगम।
निजी हाथों में सौंपने की तैयारी
नगरनिगम अपने कर्मचारियों की सेलरी पर मोटा खर्चा करता है। बजट का अधिकतर हिस्सा निगम प्रशासन सेलरी पर खर्च करता है, लेकिन निगम के काम कराने की मंशा पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि चौराहों पर फव्वारे और लाइट लगवाने पर खर्चा करेगा। फिर चौराहों पर लाइट जलाने-बुझाने और फव्वारों को संचालित करने के लिए अलग से खर्चा होगा। ऐसे में निगम के कर्मचारियों का यूज करने से परहेज क्याें।
चौराहे अभी तक चमके नहीं फिर से नया फरमान
नगरनिगम की सफाई ब्रांच को करीब आठ महीने पहले ही मेयर शकुंतला राजलीवाला ने सभी प्रमुख चौराहों की दो बार सफाई करने के आदेश दिए थे। ऐसे ही पार्कों को साफ रखने को कहा गया था। मेयर के आदेश के बाद कुछ दिन तो सफाई हुई, मगर फिर से मामला ठप हो गया। कई चौराहों के पास हालात ठीक नहीं। पार्कों की सफाई कई स्थानों पर प्रभावित है। ऐसे में फिर से नए फरमान पर सवाल उठ रहे हैं।
फव्वारा चौक पर चौधरी छाेटूराम पार्क में फव्वारे और लाइट लगवाने के लिए निरीक्षण करते हुए एक्सईएन रामजीलाल, एमई प्रवीन वर्मा, एमई जगदीश चंद्र आदि।
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